तेरे एक स्पर्श ने मुझे ,
तेरा दीवाना बना दिया,
अचानक बिना किसी स्पर्श के ,
तुने मुझे बेगाना बना दिया .
हर तरफ ख़ामोशी , सन्नाटा सा छा गया ,
लग रहा था मानों सब ख़त्म होने को आ गया .
हाथ मेरे काप रहे वेसे ही ,
जैसे दिल मेरा तड़प रहा ,
तेरे न होने का गम तो बहुत है ,
पर एक एहसास दिल मे पनप रहा .
ए ज़िन्दगी तुझे कभी न कभी ,
मै भी याद आऊंगा ,
पर शायद तब तक मै तुझसे ,
और इस दुनिया से बहुत दूर चला जाऊंगा .
यह सत्य है की अब मै फिर कभी, ज़िन्दगी तुझे ना पाउँगा ,
पर शायद तेरी यादो से धुंधला जाऊंगा ,
याद तो तू मुझे मेरी हर धड़कन मे रहेगी ,
पर जल्द ही इस धड़कन को भी छोड़ जाऊंगा .
दर्द है तेरे जाने का बहुत ,
पर क्या हुआ तेरी ख़ुशी के लिए ,
यु ही घुट घुट के जिता जाऊंगा .
,
यह सत्य है ,
इस जन्म मे मै फिर ना कोई ज़िन्दगी पाउँगा ,
वादा है मेरा तुझसे स्पर्श , मै फिर वापस आऊंगा ,
अगले जन्म मै फिर से तुझे अपनी ज़िन्दगी बनूँगा .
ए दोस्त तू कितना महान है ,
अब तू ही मेरी जान है ,
तेरे ही सीख़ ने मुझे जीना सीखा दिया ,
गम तो बहुत है ज़िन्दगी के जाने का ,
पर तुने बिन ज़िन्दगी जिंदा करा दिया .
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