उन दो बाये हाथो का मिलना ,
हमारे चहरो का खिलाना ,
आज भी मुझे याद आता है.
हँस हँस कर चहरे को चुराना ,
चुपके से मेरे चहरे पर नज़र टिकाना ,
मुझे अब भी याद आता है .
तेरा यू फ़ोन पे शर्मना ,
टेक्स्ट पर पूरी तरह मेरा हो जाना ,
तेरा यू हमेशा ख्वाबो मे आजाना ,
मुझे अब भी याद आता है .
फ़ोन डिस्क्न्नेक्ट होने पर गुस्सा हो जाना ,
मेरा वो बाबु सॉरी ;कह कर मानना ,
तेरा एक पल मे फिर मेरा हो जाना ,
मुझे अब भी याद आता है .
तेरी हर बात दिल से लगाना ,
तेरी गुस्से भरी कॉल टेक्स्ट पे घबराना ,
मेरे वो और और और पर ,
तेरा बोर हो जाना ,
मुझे अब भी याद आता है .
मेरा यू रात मे जल्दी सो जाना ,
तेरा यू तन्हाई भरा टेक्स्ट आना ,
सुबह उठ कर सो जाने के बहाने बनाना ,
मुझे अब भी याद आता है .
यह प्यार हमारा अजब है जैसा ,
है ना कोई प्यारा है वेसा,
बिना कुछ कहे ही सब समझ आता है ,
सुच कहू तोह तेरी; हर अदा पर दिल आ जाता है .
अक्सर ये बाते सोच कर ,
चहेरा अपने आप खिल जाता है,
हर तरफ तेरा ही चहेरा ;नज़र आता है .
2 comments:
You make everything beautiful. ;)
BHAUT KHUB... :)
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