Sunday, October 23, 2011

खो गया प्यार कही ????

मुझे अक्सर प्यार हो जाता  था ,
हा वह अलग बात है ,
कभी सच्चा ना हो पाता था. 

तेरे एक एहसास ने मुझे ,
एक पल मे अपना बना लिया , 
प्यार से बहुत जादा हो तुम मेरे लिए , 
तुम्हे  तो मैने अपनी ज़िन्दगी बना दिया .

अक्सर एक ख्याल मेरे दिल मे  आता है , 
क्यू मेरा प्यार मुझे नहीं समझ पाता है ,
उसके रूठ जाने पे ज़िन्दगी थम जाती है , 
उसके हँसते ही जिंदगी चलने लग जाती है . 

रूठ गई है जब से वो  मुझसे ,
ज़िन्दगी खाली सी लगती है .
शायद अब मेरा प्यार मेरा ना रहा , 
इसीलिए अब मायूसी ही मेरे संग रहती  है . 

समझ नहीं आ रहा ,
ये पुराने करमों  की सजा है ,
या मेरा सच्चा प्यार करना  ,
एक बड़ा गुनाह है .

पल पल तेरा हर एहसास , 
मेरा दिल की धडकनों को बडाता है , 
कभी कभी तेरे से दूर होने का दुःख ,
मेरे नैनो मे आँशु ले आता है .

मेरे नैनो से गिरते  आँशु ,
शायद कुछ कहने को बेक़रार हो ,
पर अब तेरा मेरी ज़िन्दगी मे ना होना ,
गिर रहे ये आंशु बेकार है .



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