Monday, February 15, 2021

मोहब्बत ही तो है

आज शाम के इस अंधरे में भी ,
है उजाला जुगनू के मौजदगी से ,
खुश हूं बहुत यकीनन मैं आज ,
जगमगाते इस रोशनी से ।

है भरोसा कल फिर सुबह होगी ,
रोशनी हर जगह होगी ,
होगी एक उम्मीद तेरे हो जाने की ,
ज़िन्दगी भर साथ निभाने की ।

बदल रहा मौसम और मिज़ाज ,
बड़ रही नज़दीकियों में दूरियां ,
और अनगिनत मजबूरियां ।

तेरे हर ना को हां समझ लेना भूल थी ,
मुस्कुराहट पर टिकी ज़िन्दगी बेफिजूल थी ,
थी नहीं सच्ची गर मोहब्बत मेरी ,
तो शिद्दत से निभाने को क्यों वो मजबूर थी ।

खैर खो कर भी पा लिया ,
मोहबब्त का एक एहसास ,
बिछड़ते रिश्तों में किसी और के ,
आने की लिए आस ।

याद रहे बस इतनी सी बात ...
मोहब्बत ही तो है ,
फिरसे हो जायेगी ,
इस दफा तुम तो अगली दफा कोई और ,
दिल में बस जायेगी ।

मोहब्बत ही तो है ,
फिरसे हो जायेगी ।।

Sunday, February 7, 2021

पहला प्यार

पहली बार मिला जो तुमसे ,

पहली मोहब्बत कर बैठा ,

पहली निगाहों के मिलते ही ,

दिल तुझको दे बैठा ।


लगा था वक्त बहुत बेशक मुझे ,

पर आज भी वो मुलाकात याद है ,

अनगिनत पूछे सवालों के,

रखे जवाब आज भी साथ है ।


वो नन्हा सा दिल जब से धड़का था ,

तुझे मैं हर पल देखता रहता था ,

ना थी वो उम्र दिल लगाने की ,

ना ही तुझमें डूब जाने की ।


पर डूबता गया मैं ,

गुजरते वक्त के साथ ,

कभी भरी मांग मैंने ,

कभी मांगा तेरा हाथ ।


यकीनन हां के इंतज़ार में ,

वक्त गुजरता चला गया ,

मुरझाते फूल को बगिया में ,

मानो जैसे माली छोड़ गया ।


तुम हो गई किसी और की ,

और हम भी कहीं और दिल लगा बैठे ,

पहली ही हो आख़िरी मोहब्बत ,

ये सच हम दोनों झूठला बैठें ।।

Monday, February 1, 2021

मजबूर

है अनगिनत सवाल जिसके ,
मालूम नहीं जवाब उसके ,
फिर भी मुस्कुराती है ,
मजबूर है जरूर लेकिन नहीं दिखती है ।

ख्वाबों का लिए गुलदस्ता ,
और वक्त से मुरझाते फूल ,
नहीं जान पाता कोई ,
आखिर क्यों है वो मजबूर ।

दिल में बस जाना या दिल में बसाना ,
है मुमकिन बहुत और आसान ,
गर देख ले कोई उसकी निगाहों में  ,
मजबूरी में भी मुस्कुराती है वो बेजान ।

खूबसूरत जो बनाना जानती है ,
लम्हों को सजाना जानती है ,
जानती है ख्वाइशों को करना पूरा ,
फिर भी रह जाता हैं कुछ अधूरा ।

मजबूर है या है कोई मजबूरी ,
खुशियों से क्यों है मीलों दूरी ,
गर मिल जाए जवाब बता जाना ,
मजबूरी ना हो तो ,
एक पल के लिए ही सही .. मुस्कुराना ।।