Wednesday, March 7, 2012

काश यह मौसम बदल जाये !!!

उस हसीन मौसम के इंतजार मे 
पल पल दोनों ने साथ गुज़ारा था 
जब नैन से मिलते नैन थे 
उठने लग जाता मन मे फूबारा था 

आज वो मौसम तो आ गया 
पर उस  दिल को कोई और भा गया 
काश ये  मौसम  बदल जाये 
फिर से न मुझे वोह याद आये 

जब कभी उसके होटों का रस 
इन गालो को छुता  था 
एक नए स्पर्श का आभास 
हर बार इस  दिल को होता था 

जिस तरह रूह रूह खुश रहा करता था 
अब वेसे  ही दिल रोते रहता था
दुःख के इन पलो मे  
यह मौसम भी खामोश रहता था 

यह मौसम भी कितना अजीब है 
कभी हँसता है कभी रुलाता है 
यह बहरूपिया अक्सर बदल जाता है 
कभी करीब आता तो कभी बहुत दूर चला जाता 

काश यह मौसम बदल जाये !!!!!!!!!!!!

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