Wednesday, March 14, 2012

स्नेह

मै खामोश हो गया था ,
मै बेहोश हो गया था ,
ज़िन्दगी के जाने के बाद से ही ,
मै कही और खो गया था .

स्नेह की एक ही आहट ने ,
ज़िन्दगी जीने  का जज्बा ला दिया ,
उसकी  हा हा  ही ही  ने ,
मुझे फिर से हँसना सीखा दिया .

सोचा था पल अब थम से जायेंगे ,
वो गम के बादल अब ना हट पायेंगे ,
पर कहा पता था कुछ ही पल मे ,
हम हर पल के लिए उसके हो जाएंगे .

उलझी उलझी बाते उसकी ,
मुझको अक्सर उलझाती है ,
ना चाह कर भी वो ,
हर धड़कन मे याद आती है .

जब जब कहती पागल मुझको ,
तब जोर जोर से मुस्काती  है ,
वो तो कुछ कहती नहीं लाब्जो से  ,
उसकी मुस्कान  सब कह जाती है .

दूर तो  भरसक है वो मुझसे ,
पर उसकी बाते कानो मे गुनगुनाती है ,
ना चाह कर भी ,
वो  यादो से ना जाती है .

** I CAUGHT YOU BEFORE **
Dedicated To You Miss Attitude :-) 

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