Sunday, June 6, 2021

वो लड़की


है बहुत कुछ ,

जिसकी जिंदगी में अधूरा ,

उम्मीदों को रख कैद ,

खामोशी से जिन्हे करती है पूरा ।


सुर भी है और ताल भी ,

अल्फाजों का कमाल भी ,

धुन भी वो खूब बनाती है ,

क्या खूब दर्द छिपाती है ।


कल था उसका सुंदर ,

या आज में उलझन ,

सवाल अब भी उभर कर आते है ,

हर दफा जब वो आंसू छिपाते है ।


है अपनी ही धुन में मगन वो ,

जबसे आज में जीने लगी है ,

वो लड़की अब खुद से ,

मोहब्बत करने लगी है ।


ना फिक्र है उसे कल की ,

ना कल की बातों का बहाना ,

ना कल छिपा है उसका ,

जान कर क्या ही करेगा जमाना ।


बस रखना याद ..


अधूरे पन्नों को भरने में ,

वक्त लगेगा ,

लिखा जो तक़दीर में है तुम्हारे ,

वो जरूर मिलेगा ll