चल दिल किसी और तरफ चल ,
दिल लगाने के लिए ,
मत ठहर उस गली और ,
खुद को सताने के लिए ।
बैठे हैं और भी दिल ,
तेरे दिल के इंतजार में ,
निभाने को बेहतर इश्क़ ,
पड़ कर तेरे प्यार में ।
ना कोई फरियाद होगी जहां ,
और ना एक तरफा एहसास होगा ,
हर पल हर लम्हा ,
दोनों का खूबसूरत और खास होगा ।
गम में आंसू भी साथ बहेंगे ,
मिल कर दोनों साथ हसेंगे ,
जी भर कर बाते होंगी ,
अनगिनत मुलाकाते होंगी ।
हर दिन में कुछ नई बात होगी ,
हर रोज़ एक नई शुरुआत होगी ,
हर रोज़ कई नए किस्से होंगे ,
जो दोनों के हिस्से होंगे ।
मिलेगा एक रोज़ तुमसे भी दिल ,
जो तुम जैसा धड़कता होगा ,
दूर जाने पर इश्क़ के ,
जो तुम जैसा तड़पता होगा ।
छोड़ दो उस दिल को ,
जो दिल किसी और को दिए बैठा हैं ,
शायद तुम जैसे वो भी ,
एक तरफा इश्क़ में पागल रहता है ।
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