Monday, October 25, 2021

फरेब इश्क़

और भी बचे हैं किस्से ,
जो मेरी जिंदगी में आयेंगे ,
तेरे आने से पहले हम ,
और भी सताए जाएंगे ।

इश्क़ का वादा कर के ,
दिल किसी और का कर के ,
सपने कुछ संग सजाएंगे ,
तोड़ कर वक्त के साथ चले जायेंगे ।

तुम्हारी तलाश में और कितना ,
हमें खुद को तलाशना हैं,
जिंदगी की चाहत में ,
खुद को कितना और बाटना है ।

तुम मेरा वो आखिरी इश्क़ बन कर ,
कब मुझसे इश्क़ निभाओगी ,
मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र ,
मेरे नाम का पहन कर आओगी ।

देखो हर गुजरते रात से ,
एक किस्सा जुड़ रहा हैं ,
छोड़ कर बीच रास्ते मुझे ,
वो अपने किसी के संग मुड़ रहा हैं ।

देकर वास्ता किसी दर्द का ,
दिल किसी और से लगा रहा ,
पास मेरे रहना का वादा कर के ,
किसी और के पास वो जा रहा ।

शिद्दत से मोहब्बत ,
हम तुमसे भी ऐसे ही निभायेंगे ,
इश्क़ का वादा ही नहीं ,
पूरी जिंदगी साथ रह कर दिखाएंगे ।

बस तुम आना जब कभी ,
आखिरी इश्क़ बन कर आना ,
जिंदगी के हर मर्ज की मेरे ,
दवा बन जाना ।।

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