Friday, October 29, 2021

मैं बेहतर बनूंगा

मैं बेहतर बनूंगा ,
तुम्हारे उस गुजरे कल से ,
बीते हर उलझन वाले पल से ,
और गुजरती हर हलचल से ।

मैं बेहतर बनूंगा ,
तुमसे इश्क़ निभाने में ,
हल पल साथ आने में ,
हर लम्हें को सजाने में ।

मैं बेहतर बनूंगा ,
तुमको ऐसे ही उलझाने में ,
ऐसे ही कसम खिलाने में ,
जिंदगी भर साथ निभाने में ।

मैं बेहतर बनूंगा ,
तुम्हें तुमसे मिलवाने में ,
अपनी मोहबब्त जताने में ,
तुम्हारी पहचान बताने में ।

मैं बेहतर बनूंगा ,
गले का मंगलसूत्र बन कर ,
मांग का सिंदूर बन कर ,
जिंदगी भर जिस्म में रूह बन कर ।

मैं बेहतर बनूंगा इस दफा ,
सिर्फ तुमसे वफ़ा निभाने को ,
जिंदगी के हर पल को ,
खुशियों से भर जाने को ।

मैं बेहतर बनूंगा ,
सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे लिए ... समझी ।।

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