Tuesday, November 2, 2021

देखते हैं ख़त्म करके

देखते हैं ख़त्म करके ,
तुमसे जुड़ी बातें ,
वो चंद मुलाकाते ,
चांद और तारों के संग ,
कटने वाली वो रातें ।

देखते हैं ख़त्म करके ,
तुमसे जुड़े जज़्बात ,
बदलते हमारे हालत ,
और अधूरे किस्सों की ,
एक खूबसूरत सौगात ।

देखते हैं ख़त्म करके ,
तुमसे जुड़े अल्फाज़ ,
जो खूब बखूद बन जाते हैं ,
हर दफा जब भी ,
तुझे खुद से जुड़ा पाते हैं ।

देखते हैं ख़त्म करके ,
तुमसे जुड़ा सवाल ,
जो आज भी मुझे उलझाता हैं ,
हर दफा खामोश लब पर शोर ,
और धड़कने बढ़ाता है ।

देखते हैं ख़त्म करके ,
तुमसे जुड़ा हर जिक्र ,
जो तस्वीर मेरे आंखों में सजाता है ,
हर किसी चेहरे में मुझे ,
बस तेरा ही चेहरा नजर आता है ।

देखते हैं ख़त्म करके ,
तुमसे जुड़ी जिंदगी ,
जो अब तक हमें जिंदा रखे थी ,
तुम्हारे खिलखिहट को आज तक ,
ताउम्र का सच मान बैठी थी ।

देखते हैं ख़त्म करके ,
तुमसे जुड़ी अनगिनत कहानियां ,
जो हम दुनिया को सुनाते थे ,
हर दफा घर छोड़ कर जब ,
तुम किसी और घर चले जाते थे ।

चलो अब सब कुछ ,
ख़त्म करके देखते हैं ।।

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