मेरी ताकत बनना ,
हर वक्त हर लम्हा ,
बस मेरे साथ चलना ।
ना कभी कोई दूरी ,
ना कभी कोई मज़बूरी ,
कुछ भी तो नहीं है ,
रिश्ते में इश्क़ से जरूरी ।
खुद को मेरी आंखो में ,
हर रोज़ ऐसे ही संवारना ,
अपनी तस्वीर मेरे दिल में ,
हर दफा ऐसे ही उतारना ।
बन कर मेरा सुकून ,
एक आख़िर सच बन जाना ,
हो चाहे कुछ भी ,
बस शिद्दत से साथ निभाना ।
तुम बस ऐसे ही पास मेरे ,
हमेशा हर पल साथ मेरे ,
मेरा साथ निभाना ,
फिर कभी इतना दूर मत जाना ।
ना मांगा कुछ भी तुमने मुझसे ,
ना मैं कुछ दे पाया हूं ,
सिवाए कुछ उलझन और सवालों के ,
क्या ही मैं तेरे हिस्से कर पाया हूं ।
फिर भी ,
रहोगी ना हर पल ..
हर लम्हा साथ मेरे ??
.... बोलो !!!
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