Monday, July 12, 2021

इश्क़ होने लगा था

इश्क़ होने लगा था तुमसे ,
पर अब नहीं कर पाऊंगा ,
बेशक हर लम्हा खूबसूरत था संग तुम्हारे ,
पर अब नहीं उन्हें जी पाऊंगा ।

मैंने की हर कोशिश ,
खुद को मनाने की ,
सिर्फ तेरा हो जाने की ।

पर ऐसा हो नहीं पाया ,
दिल जो करने वाला था तेरे नाम ,
किसी और के नाम कर आया ।

कितना मुश्किल है ये सच बता पाना ,
की तुमसे मोहब्बत होने लगी थी ,
शायद और भी गहरी ,
जबसे तुम दूर रहने लगी थी ।

बदलेगा कुछ नहीं दरमियान हमारे ,
सिवाय अधूरे इश्क़ के ,
बहुत कुछ रह गया था कहना तुमसे ,
मिटा देंगे जिसे हम अपने जिक्र से ।

उसकी गैर मौजूदगी भी नहीं सताएगी ,
गर कभी वो महफिलों से दूर जायेगी ,
क्योंकि रोक पाना मुझे आता नहीं ,
और कोई टोके .. उसे ये भाता नहीं ।

1 comment:

shiney said...

kyaaaaa hi baat h ❤