हिस्से जिसके बस बटना आया है ,
हो कर भी सच्चा दिल से ,
अनगिनत ठोकर जिसने खाया है ,
तुझ जैसा हर शख्स कहां हो पाया है ।
तेरी ख्वाइश भी अधूरी है ,
मन्नत भी नहीं हुई कोई पूरी है ,
दिल तो हर किसी को दे आती है ,
बदले में बस ठोकर पाती है ।
मुश्किल बहुत सी गुजर गई ,
और गुजरना कुछ का बाकी है ,
रखना भरोसा खुद पर ,
वही तेरा असली साथी है ।
बस कोशिश ऐसे ही ,
तुम करते जाना ,
होगा आगे का सफर ,
खूबसूरत और सुहाना ।
मुस्कुराहट चेहरे से कभी ,
अपने हटाना नहीं ,
सीरत पे दाग किसी का ,
खुद से लगाना नहीं ।
जीत तेरी पक्की है ,
तेरे इरादों सी ,
मिलेगी खुशियों की पोटली ,
खुद से किए वादों की ।
वक्त आने पर हर कोई ,
तेरे पीछे आयेगा ,
जिस रोज़ तुझे और तेरी सीरत ,
को पहचान जायेगा ।।
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