Friday, September 17, 2021

मस्कली

हिस्से जिसके बस बटना आया है ,
हो कर भी सच्चा दिल से ,
अनगिनत ठोकर जिसने खाया है ,
तुझ जैसा हर शख्स कहां हो पाया है ।

तेरी ख्वाइश भी अधूरी है ,
मन्नत भी नहीं हुई कोई पूरी है ,
दिल तो हर किसी को दे आती है ,
बदले में बस ठोकर पाती है ।

मुश्किल बहुत सी गुजर गई ,
और गुजरना कुछ का बाकी है ,
रखना भरोसा खुद पर ,
वही तेरा असली साथी है ।

बस कोशिश ऐसे ही ,
तुम करते जाना ,
होगा आगे का सफर ,
खूबसूरत और सुहाना ।

मुस्कुराहट चेहरे से कभी ,
अपने हटाना नहीं ,
सीरत पे दाग किसी का ,
खुद से लगाना नहीं ।

जीत तेरी पक्की है ,
तेरे इरादों सी ,
मिलेगी खुशियों की पोटली ,
खुद से किए वादों की ।

वक्त आने पर हर कोई ,
तेरे पीछे आयेगा ,
जिस रोज़ तुझे और तेरी सीरत ,
को पहचान जायेगा ।।


No comments: