Saturday, September 11, 2021

जीत तुम्हारी पक्की है !


तुम जिस सफ़र में निकले हो ,
उसका रास्ता तुम्हें मालूम है ,
छोड़ना मत हाथ किसी का ,
पीछे खड़ा तुम्हारे जो हुजूम है ।

हुजूम तुम्हारे अपनो का ,
तुम्हारे अनगिनत सपनो का ,
तुम्हारे इस पल के साथी का ,
और जिंदगी के हर एक ,
दिया और बाती का ।

कोई दीपक बन कर तुम्हें ,
रौशनी दिखा रहा ,
कोई सूरज के तपिश से ,
छत बन कर तुम्हें बचा रहा ।

कोई दोस्त है तुम्हारा ,
तो कोई बीता किस्सा ,
जिंदगी के इस पल तक ,
हर शख्स जो बना तुम्हारा हिस्सा ।

वो कल भी तुम्हारे साथ होंगे ,
हर हार और जीत में पास होंगे ,
बस तुम कभी दूर मत जाना ,
चाहे कितनी भी ऊंचाई छू आना ।

जीत तुम्हारी पक्की है ,
तुम्हारे इरादों सी ,
बस भूल मत जाना पोटली ,
खुद से किए वादों की ।

जीत तुम्हारी पक्की है ,
तुम्हारे इरादों सी ।।

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